भारतीय रेल (आईआर) एशिया का सबसे बड़ा तथा विश्व का चौथा रेल नेटवर्क है। भारत में कई तरह की ट्रेनें चलती हैं लेकिन किस ट्रेन की सबसे ज्यादा प्राथमिकता होती है, शायद ही लोग जानते होंगे। इसलिए आज हम आपको भारत की ऐसी ट्रेनों के बारे में बता रहे हैं जिनको सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।
1. राजधानी एक्स्प्रेस
राजधानी एक्सप्रेस भारतीय रेल की एक पैसेंजर रेल सेवा है जो भारत की राजधानी दिल्ली को देश के विभिन्न राज्यों की राजधानी को जोड़ती है। राजधानी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और दूरंतो एक्सप्रेस के साथ भारत की सबसे तेज़ ट्रेनों में से एक हैं। भारतीय रेलवे नेटवर्क पर राजधानी एक्सप्रेस को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
2. शताब्दी एक्सप्रेस
शताब्दी एक्सप्रेस तेज चलने वाली सवारी गाड़ियों की एक शृंखला है जिसका परिचालन भारतीय रेल करती है जो भारत के बड़े, महत्वपूर्ण एवं व्यावसायिक शहरों को आपस में जोड़ती है। शताब्दी एक्सप्रेस का परिचालन दिन के समय होता है एवं ये अपने मूलस्थान एवं गंत्व्य की यात्रा एक दिन में ही पूरी कर लेती हैं। राजधानी एक्सप्रेस के बाद शताब्दी एक्सप्रेस को ही सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
3. दुरन्त एक्सप्रेस
दूरंतो एक्सप्रेस भारतीय रेल की लंबी दूरी की गाड़ियों का एक वर्ग है। इन गाड़ियों की विशेषता यह है कि, तकनीकी विरामों को छोड़कर यह स्रोत से गंतव्य तक का सफर बिना रुके (अविराम) तय करती हैं। सभी दूरंतो एक्सप्रेस गाड़ियों को आसानी से उनके विशेष पीले हरे रंग के यात्री डिब्बों द्वारा पहचाना जा सकता है। कई दूरंतो एक्सप्रेस भारत के महानगरों और प्रमुख राज्यों की राजधानियों के बीच संचालित होती हैं। अधिकतर समय, किन्हीं दो शहरों के बीच दूरंतो एक्सप्रेस गाड़ियाँ सबसे तेज परिवहन उपलब्ध कराती हैं, हालांकि यह जरूरी नहीं कि यह तथ्य सभी सेवाओं के लिए सच हो। ये ट्रेनें राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस से ज्यादा तेज हैं।
4. तेजस एक्सप्रेस
"तेजस एक्सप्रेस" आधुनिक सुविधाओं वाली देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन है। इसकी अधिकतम गति 160 किमी है। पहली तेजस एक्सप्रेस ट्रेन मुंबई और गोवा के बीच 22 मई को स्टार्ट हुई थी। तेजस ट्रेन के कोचों में "टी-कॉफी वेंडिंग मशीनों के अलावा हर सीट पर एलसीडी स्क्रीन और वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस-आधारित सूचना डिस्प्ले" की सुविधा है। ये देश की पहली ट्रेन है, जिसके सभी कोच में ऑटोमैटिक डोर क्लोजिंग के साथ ही सुरक्षित गैंगवेज (डिब्बों के बीच के कॉरिडोर्स) हैं।
5. गरीब रथ एक्सप्रेस
"गरीब रथ एक्सप्रेस" भारतीय रेल द्वारा चलाई हुई एक प्रकार की कम किराये वाली वातानुकूलित रेलगाड़ियां हैं। इनका उद्देश्य है, कि कम व्यय करने वाले लोग भी वातानुकूलित गाड़ियों का लाभ उठा सकें। इस ट्रेन का किराया अन्य ट्रेनों के एयर कंडीशनिंग क्लास से दो-तिहाई से भी कम है। गरीब रथ में बैठने के लिए 3-टियर में 78 सीटें होती हैं। गरीब रथ ट्रेनों की अधिकतम स्पीड करीब 130 किमी प्रति घंटा है।
6. डबल डेकर एक्सप्रेस
डबल डेकर एक्सप्रेस पूरी तरह से वातानुकूलित दो मंजिल एक्सप्रेस ट्रेन हैं। उनके पास उच्च प्राथमिकता है और उन्हें भारत में फास्ट ट्रेनों में माना जाता है। हावड़ा धनबाद डबल डेकर एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की पहली सुपरफास्ट डबल डेकर ट्रेन थी जो धनबाद को कोलकाता से जोड़ती है।
7. जन-शताब्दी एक्सप्रेस
जन-शताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस की तुलना में अधिक किफायती है, जिसमें एसी और गैर-एसी दोनों तरह के कोच होते हैं। 'जन' शब्द आम लोगों को दर्शाता है।
8. सुपरफास्ट एक्सप्रेस
सुपरफास्ट ट्रेनें अपनी औसत गति 55 किलोमीटर प्रति घंटा (34 मील प्रति घंटा) या इससे अधिक स्पीड के साथ चलती हैं और ये ट्रेनें छोटे स्टेशन और हाल्ट्स पर नहीं रूकती हैं। इस प्रकार की सभी ट्रेनें सुपरफास्ट ट्रेनों की श्रेणी में आती हैं। 2015 तक, सुपरफास्ट ट्रेनों के 450 जोड़े भारतीय रेलवे पर दौड़ रहे थे।
9. एक्सप्रेस / मेल ट्रेनें
भारत में एक्सप्रेस मेल ट्रेन 50 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति से चलती हैं, जिसमें अधिकतम संख्या में स्टॉप हैं। इन गाड़ियों में अन्त्योदय एक्सप्रेस की नई श्रृंखला सहित सभी अनारक्षित और सामान्य डिब्बे हैं।
10. उपनगरीय ट्रेनें
उपनगरीय रेल एक केंद्रीय व्यापारिक जिला और उपनगरों के बीच एक रेल सेवा है जो काफी बड़ी संख्या में लोगों को महानगरों या अन्य स्थानों पर ले जाने का काम करती है।