भारत में अभी इलेक्ट्रिक और डीजल इंजन चलते हैं। भारत में पहले भाप इंजन भी चलते थे लेकिन अब उनका उपयोग सिर्फ सिर्फ हेरिटेज गाड़ियों के लिए ही किया जाता है। लोकोमोटिव को भी लोको या इंजन कहा जाता है। आज हम आपको भारतीये रेलवे के पावरफुल इंजनों के बारे में बता रहे हैं।
1. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएजी-9
भारतीय रेलवे के इंजनों में डब्ल्यूएजी-9 सबसे शक्तिशाली बोझ ले जाने वाला लोकोमोटिव है। यह बिल्कुल डब्ल्यूएपी-7 की तरह है, सिर्फ इसमें गियर अनुपात ही एकमात्र बड़ा अंतर है जो भारी माल ढुलाई के लिए उपयुक्त बनाता है।
2. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएजी-7
इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएजी-7 भारतीय रेलवे में शक्तिशाली लोकोमोटिव डिज़ाइन वाला रेलवे इंजन है। डब्ल्यूएजी-7 चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा बनाया गया है और भारत की सबसे सफल लोकोमोटिव है।
3. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएजी-5
भारतीय रेल द्वारा डब्ल्यूएजी-5 दूसरा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला लोकोमोटिव इंजन है। भारतीय रेल के डब्ल्यूएजी-5 लोकोमोटिव वर्ग यात्री विशिष्ट वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है।
4. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएपी-7
डब्ल्यूएपी-7 चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा बनाया गया है। यह 110-140 किमी/घंटा (68-87 मील प्रति घंटे) के बीच की गति पर ट्रेनों को चलाने में सक्षम है। यह लोकोमोटिव ज्यादातर उत्तर रेलवे ज़ोन (एनआर), साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर), साउथर्न रेलवे (एसआर), पूर्व रेलवे (ईआर), दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर), सेंट्रल रेलवे (सीआर), वेस्टर्न रेलवे (डब्ल्यूआर), वेस्ट सेंट्रल रेलवे (डब्ल्यूसीआर), ईस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर), दक्षिणपूर्व रेलवे (एसईआर)।
5. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएपी-5
डब्ल्यूएपी-5 हाई स्पीड इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के एक वर्ग का नाम है जो भारतीय रेल द्वारा निर्मित और इस्तेमाल किया जाता है।1995 में स्विट्जरलैंड में एबीबी से पहले 10 इंजनों का आयात किया गया था। इन लोकोमोटिव को उपयोग भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस और भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस में किया जाता है।
6. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएपी-4
इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएपी-4 का उपयोग व्यापक रूप से भारतीय रेलवे के यात्री सेवा गाड़ियों के नेटवर्क के लिए किया जाता है। डब्ल्यूएपी-4 लोकोमोटिव का निर्माण चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा किया गया था।
7. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूडीएम-3ए
डब्ल्यूडीएम-3ए भारतीय रेलवे का डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है। 1993 से, यह डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (डीएलडब्ल्यू), वाराणसी द्वारा भारत में निर्मित किया गया है।
8. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूडीएम-3डी
इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूडीएम-3डी या एएलसीओ डीएल 560सी एक डीजल इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है जो भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों और माल ढुलाई के लिए उपयोग किया जाता है।
9. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूडीएम-2
डब्ल्यूडीएम-2 भारतीय रेलवे का कामकाजी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव है। डब्ल्यूडीएम-2, 1962 में सबसे पहला लोकोमोटिव अमेरिकन लोकोमोटिव कंपनी से आयात किया गया था। 1964 से यह इंजन वाराणसी के लोकोमोटिव वर्क्स (डीएलडब्ल्यू) में बनाये जा रहे हैं। डब्ल्यूडीएम-2 भारतीय रेल का सबसे सामान्य डीजल इंजन है।
10. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएएम-4
भारतीय लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूएएम-4 भारत में उपयोग किए जाने वाले 25 केवी एसी विद्युत लोकोमोटिवों का एक बहुत सफल वर्ग है। सबसे पहला डब्ल्यूएएम-4 लोकोमोटिव 1970 में चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा स्वदेशी डिजाइन में बनाया गया था।
11. इंडियन लोकोमोटिव क्लास डब्ल्यूडीपी-4
डब्ल्यूडीपी-4 लोकोमोटिव को जनरल मोटर्स इलेक्ट्रो-मल्टी डिवीजन द्वारा डिज़ाइन किया गया था और भारतीय रेलवे ने यात्री ट्रेनों के लिए इस्तेमाल किया था।